World Hindi Day 2025: हिन्दी दिवस साल में दो बार मनाया जाता है। राष्ट्रीय हिन्दी दिवस 14 सितंबर को और विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को, राष्ट्रीय हिन्दी दिवस भारत की राज भाषा के रूप में हिंदी की मान्यता का उत्सव है। जो 1949 में संविधान सभा द्वारा हिन्दी को राजभाषा घोषित करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। वही विश्व हिन्दी दिवस का उद्देश्य हिंदी का अंतर्राष्ट्रीय प्रचार- प्रसार करना है। यह दिवस विश्वभर में हिन्दी की पहचान को मज़बूत करने और इसके प्रचार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
हिन्दी हमारी एक राजभाषा है। और उत्तर भारत के कई राज्यो में प्रमुख रूप से बोली जाती है। हिन्दी भारत के अलावा भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्री लंका में भी बोली जाती है। इसके अलावा दुनिया के कई देशों में यह भाषा लोकप्रिय है। और मॉरीशस जैसे देशों में भी बोली जाती है।
हिन्दी को जन – जन की भाषा के रूप में भी जाना जाता है। और इस भाषा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए हिन्दी दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। हर साल दो बार हिंदी दिवस मनाया जाता है। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है की यह दिवस साल में बार क्यों मनाया जाता है।
विश्व हिन्दी दिवस का इतिहास
साल 1975 में तत्कालीन प्रधान मन्त्री इंदिरा गांधी ने प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्घाटन किया था। 1975 से भारत , मॉरीशस, यूनाइटेड , किंगडम, त्रिनिदाद और टोबैगो , संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विभिन्न देशों में विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया गया। विश्व हिन्दी दिवस पहली बार 10 जनवरी 2006 को मनाया गया। तब से यह हर साल 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधान मन्त्री मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी 2006 को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी। उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रयाल ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया था।
विश्व हिन्दी दिवस मनाने का उद्देश्य
हिन्दी भाषा को दुनिया भर में पहुँचाने के मक़सद से इस दिन को मनाने की शुरुआत कि गई थी। इस दिन को भारतीय दूतावासों से धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हिंदी भाषा से जुड़े तरह- तरह के कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। आपको बता दें कि विश्व हिन्दी सचिवालय मॉरीशस में स्थित है।
विश्व हिंदी दिवस का महत्व
हिन्दी को भारत सरकार की आधिकारिक भाषा माना जाता है। यह भारत संघ की आधिकारिक भाषाओं में से एक है। आप भाषा के महत्व को बढ़ावा देकर और लोगों को अपने भाषणों , प्रदर्शनों , संगीत और थिएटर में हिन्दी को शामिल करने के लिए प्रेरित करके विश्व हिन्दी दिवस मना सकते है। हिन्दी भारत में एक महत्वपूर्ण भाषा है। और हर किसी को इस भाषा के बारे में ख़ुद को और अधिक शिक्षित करने का प्रयास करना चाहिए। विश्व के सांस्कृतिक और भाषाई पहलू में भी हिन्दी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हिंदी दिवस और विश्व हिन्दी दिवस में अंतर
विश्व हिन्दी दिवस और हिन्दी दिवस में अंतर है। भारत में हिन्दी दिवस 14 सितंबर को होता है। वही हर साल विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। दोनों दिनों का मक़सद हिंदी को प्रोत्साहित करना है। विश्व हिन्दी दिवस का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर इसे बढ़ावा देना है। 14 सितंबर के दिन 1049 में संविधान सभा ने हिन्दी को भारत की राजभाषा बनाने का फ़ैसला किया था। इस दिन की याद में राष्ट्रीय हिन्दी दिवस मनाया जाता है। जबकि विश्व हिन्दी दिवस का मक़सद विश्व में हिन्दी को बढ़ावा देना है। 10 जनवरी 2006 को भारत सरकार में इसे विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। पहले विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन 10, जनवरी 1975 को नागपुर में किया गया था। अभी तक पोर्ट , लुईस, न्यूनॉर्क, जोहानसबर्ग आदि सहित भारत में विश्व हिन्दी सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है।